Government Schemes Interest Rates: लोग इसलिए निवेश करते हैं ताकी ब्याज से ज्यादा से ज्यादा कमाई हो सके। फिक्स्ड डिपॉजिट को बिना रिस्क के सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है। हालांकि सरकारी स्कीम भी कम नहीं है - इसमें भी निवेशकों को बिना जोखिम के स्थिर रिटर्न मिलता है।
जब से आरबीआई ने रेपो रेट को घटाया है तब से कई बैंकों ने भी ब्याज दरों में कटौती की है जिससे बाद लोगों को अब सरकारी स्कीम में निवेश करना ज्यादा अच्छा लग रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा इस साल फरवरी से रेपो दर में 100 आधार अंकों या 1% की कटौती के बाद कई बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट और सेविंग अकाउंट की ब्याज दरों में कटौती की है।
हालांकि, सरकार ने 30 जून, 2025 को सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF), नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) और अन्य जैसी छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर को स्थिर रखा है। नई दरें वित्त वर्ष 2025-26 की सितंबर तिमाही के लिए लागू होंगी।
आज हम आपको इस आर्टिकल में यही बता रहे हैं कि ऐसे कौन-कौन सी सरकारी स्कीम है जहां बैंक से ज्यादा ब्याज मिल रहा है।
5 साल की FD vs सरकारी स्कीम
पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट (POTD) (5 साल) सभी नागरिकों के लिए 7.5% की ब्याज दर देती है। इसके अलावा NSC 7.7% की थोड़ी अधिक दर प्रदान करता है।
SCSS वरिष्ठ नागरिकों के लिए 8.2% की ब्याज दर प्रदान करता है। इन सभी छोटी बचत योजनाओं की अवधि 5 साल है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) 5 साल की अवधि की जमाराशि पर नियमित जमाकर्ताओं को 6.3% और वरिष्ठ नागरिकों को 6.8% की ब्याज दर प्रदान करता है।
प्रमुख बैंकों में, एचडीएफसी बैंक सामान्य नागरिकों को 6.4% और वरिष्ठ नागरिकों को 6.9% ब्याज दर प्रदान करता है,
जबकि आईसीआईसीआई बैंक सामान्य नागरिकों को 6.6% और वरिष्ठ नागरिकों को 7.1% ब्याज दर प्रदान करता है, वहीं पीएनबी सामान्य नागरिकों को 6.5% और वरिष्ठ नागरिकों को 7% ब्याज दर प्रदान करता है।